आपका इस ब्‍लाग में हार्दिक स्‍वागत है स्‍वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाऍं...

Free Website Templates

रविवार, 27 दिसंबर 2009

भक्ति ज्ञान सरिता

मार्ग चलत मोहि मिल गए ज्ञानी ।
उन प्रभाव ते मम कठोर उर, होगयो पानी पानी ।।

ज्ञानी गुरू मम भये, और मै उनको शिष सानी ।
दीप ज्ञान को मिलो, दियो तेज बड दानी ।।

मै, नहिं जानी, फेर हुआ का मम जीवन प्रभु जानी ।
जीवन बदलो, स्‍वंय बदल गयो, ध्‍यान रही गुरू बानी ।1

बढते पथ पर जायें सदा, अनध पडें अज्ञानी ।
चन्‍द्र भानु बिन सदगुरू दीपक, सत्‍पथ तुम्‍हें न पानी ।।

मार्ग चलत मोहि मिल गये ज्ञानी ....

द्वारा- डॉं चन्‍द्रभान गुप्‍ता

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें