कर ले जग रह सुन्दर काम ।
बुरा न कर काहू को, कर भल, हो भल नाम ।।
जग बन्धन तजि भज रधुन्दन, जय जय लोक ललाम ।
कोऊ न साथ देहँ तेरा, दूर ते कर परनाम ।।
सबहि लोग बस बात बनैहैं, आवे संकट धाम ।
सत साथी खोजब बहु दुर्लभ, यथा कृष्ण बलराम ।।
चन्द्रभानु, सो रहि अकेले, उजियर कर दिव याम ।
करले जग रह सुन्दर काम...
रचनाकार – डॉं चन्द्रभान गुप्ता
इष्ट देव श्री बागेश्वर बाबा की स्थापना
10 वर्ष पहले
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